I Am Anonymous Me.People often tell me...What ?...I didn't get you ! Very Non Conclusive on almost every aspect of Life

जो दो पल मिलते और अगर,ज़िन्दगी एक और होती बसर
पत्थर मील के अनछूए रहे थे , जो दो पल मिलते और अगर
रहना तू है जैसी तू , थोड़ा सा दर्द तू थोड़ा सुकून